बंद दरवाजे
रुकिए .. यहाँ अभी सभी दरवाजे बंद है... मालिक घर से बाहर है.... मुझे जरा साज सफाई का काम दिया गया था सो थोड़ी ढेर के लिए चाबी मालिक ने मुझे दे दी थी | अब कामचोरी का जमाना है... मै भी तो इस जमाने से हूँ... इतनी ही सजावट काफी होगी अभी....दीवारों पे कुछ काला रंग ओर रेडी मेड रंग का घोल टेम्पलेट से फैंक दिया है ...... अभी तो बहुत कुछ करना है तभी इस दरवाजे के अन्दर आ कर मन लगेगा ... पर अप्पन ठहरे एक नंबर के आलसी ओर ऊपर से मजे की बात ये की मालिक जी तो है ही नहीं..... कौन देख रहा .......भगवान् ??? अरे ! पंडित जी कोई उपाय बता देंगे ..एक दो व्रत रख लेंगे ... ओर दीवारों के कान होते है तो अप्पून तो आँखों वाला काम कर रहे है..कानो का क्या लेना देना.... तो अब क्या करू...... क्या ये दरवाजा खोलना है... धत्त .. चाबी तो भूल आया हूँ मैं ... कहाँ भूला ... याददास्त भी कुछ कमजोर लग रही है....क्या करे मिलावटी खाना खाना पड़ता है... महंगाई है तो खाते समय भी बचत से खाता हूँ .. चलिए चाबी तो मिल जाएगी पर अभी कमरे की सज्जा बाकी है... अब मालिक खुद आयेंगे तो करेंगे.... पर उनके आने से पहले कोई चुपके से मुझे फ़ोन कर देते तब जरा दिखावटी लीपा पोती कर दूंगा.... अब एक बार मै दरवाजा बंद कर दूंगा तो फिर ऑटोमेटिक ही बंद हो जाएगा ... चाभी डूप्लीकेट ले के मालिक आयेंगे...अब मेरी खैर नहीं..... जाता हूँ ... बाय ... मेरी शिकायत नहीं करना की उस रोज मै काम अधूरा छोड़ कर चला गया..........मालिक के लिए भी एक पैगाम....... स्वागत
darwaze khulne ki prateeksha rahegi!
ReplyDeleteregards,
काम चोरी का अच्छा नमूना पेश किया ...धन्यवाद..
ReplyDeleteबहुत स्ंदर एक अलग तरह की रचना.....
ReplyDeleteक्या तरीका है कामचोरी सिखाने का ?
ReplyDeletekuchh naya bhi||
ReplyDeleteha !ha !ha!
ReplyDeleteवाह... बहुत खूब.
ReplyDeletenice kuchh alag laga
ReplyDeleteकाम चोरी का अच्छा नमूना पेश किया ...धन्यवाद..
ReplyDeleteBahut sundar kriti.. andaaj bahut acchha laga.. badhai..
ReplyDeletewaah .adbhut *****
ReplyDeletekya bat hain
ReplyDeletekafi alag post
अलग के लिये कामचोरी ना बाबा ना अच्छी बात तो नही है न ।
ReplyDeleteभाई श्रीप्रकाश जी ब्लॉग पर आने के लिए आभार |दरवाजे को खोल दीजिए |ताकि हम सब आते -जाते रहें |
ReplyDeletenav- varshh ki hardik shubh kamnao ke saath
ReplyDeletepoonam
दरवाज़ा तो चकाचक साफ़ करेला है... जा अबि तु तोडा आराम करेला तो आचा रहेला:)
ReplyDeleteअभी तक तो साज सज्जा हो गयी होगी .....?
ReplyDeleteहमारी जिज्ञासा तो बढती जा रही है ....
जब बाहर ही इतनी रोचकता है तो अन्दर कितनी होगी भला ....?
जल्दी कीजिये वर्ना हम दरवाजा तोड़ देंगे ....:))